उद्योग का भविष्य
2030 तक, मोबाइल भुगतान और डिजिटल रिपोर्टिंग ड्राइवर बन जाएगी: ऑपरेटर केंद्रीकृत जीजीआर निगरानी प्रणालियों से जुड़ेंगे, सिम पंजीकरण के आधार पर ईकेवाईसी को लागू करेंगे और एएमएल/सीएफटी प्रक्रियाओं को मजबूत करेंगे।
ऑनलाइन/ऑफ़लाइन, विज्ञापन मानकों (आयु-गेटिंग, कमजोर समूहों के शोषण पर प्रतिबंध), जमा सीमा और स्व-बहिष्कार के एक राष्ट्रीय रजिस्टर के लिए लाइसेंस का एकीकरण अपेक्षित है।
किराने की टोकरी लाइव, क्रैश/इंस्टेंट गेम, आसान लाइव कैसिनो और वर्चुअल स्पोर्ट्स में माइक्रो-सट्टेबाजी की ओर बढ़ेगी; eSports और फंतासी प्रारूप आला विकास हासिल करेंगे।
रिटेल आउटलेट हाइब्रिड हब में बदल रहे हैं: कैश आउट, डिजिटल अकाउंट सपोर्ट, प्रमोशन और स्थानीय टूर्नामेंट।
मुख्य जोखिम संचार और बिजली की गुणवत्ता, सीडीएफ अस्थिरता और साइबर सुरक्षा हैं।
सफलता दूरसंचार ऑपरेटरों (सस्ते डेटा पैकेज, यूएसएसडी स्क्रिप्ट), इंटरफेस स्थानीयकरण (फ्रेंच/स्वाहिली/लिंगाला) और अनुपालन अनुशासन के साथ साझेदारी द्वारा निर्धारित की जाएगी।
परिणाम अधिक पूर्वानुमानित कर संग्रह है, कानूनी ऑनलाइन और एक मजबूत "मोबाइल-प्रथम" बाजार में विश्वास बढ़ा है।