संस्कृति और इतिहास
बहरीन फारस की खाड़ी के सबसे पुराने सांस्कृतिक केंद्रों में से एक है: दिलमुन की विरासत टीले और कलात अल-बहरीन किले के साथ पढ़ी जाती है।
सदियों से यहां नौकायन ढाबों पर समुद्री व्यापार और मोती खनन फलता-फूलता रहा; शिल्प, नबाती कविता और फिजेरी संगीत परंपराओं का गठन किया गया था।
नए युग में, इस क्षेत्र ने पुर्तगाली और फारसियों के प्रभाव का अनुभव किया; 1783 के बाद से, सत्ता अल-खलीफा राजवंश की है, और 1971 में देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की।
आधुनिक सांस्कृतिक जीवन इस्लामी विरासत, मेलिस के अरब रीति-रिवाजों और बंदरगाह हब के बहुसंस्कृतिवाद को जोड़ ता है: राष्ट्रीय संग्रहालय, त्योहार, पुराने बाजारों का संरक्षण (कुतिया), महबस के साथ भोजन और प्रसिद्ध बहरीनी हवा।
समुद्री दुनिया के लिए ऐतिहासिक गहराई और खुलेपन द्वीप साम्राज्य की पहचानने योग्य पहचान है।