संस्कृति और इतिहास
सऊदी अरब इस्लाम का पालना है: मक्का और मदीना सामाजिक जीवन का आध्यात्मिक केंद्र और लय बनाते हैं।
ऐतिहासिक रूप से, अंतरिक्ष को हिजाज (लाल सागर के शहरों, व्यापारिक परंपराओं) और नजद (पठार, नबाती आदिवासी कविता, पुरुष नृत्य अर्दा) में विभाजित किया गया है।
1932 में राज्य के एकीकरण और तेल युग ने आधुनिकीकरण का एक तेजी से पाठ्यक्रम निर्धारित किया, जबकि परिवार और सामुदायिक मानदंडों को बनाए रखते हुए, अरबी कावा और तिथियों के साथ आतिथ्य, कबा और मसालेदार चावल व्यंजन के साथ भोजन।
विरासत को सावधानीपूर्वक बहाल किया गया है: दिरिया, अल-अहसा और हेग्रा (अल-उल्ला) में एट-तुराईफ - प्रतिष्ठित परिसर।
आज, सांस्कृतिक राजनीति "सॉफ्ट पावर" का खुलासा करती है: सिनेमाघरों की वापसी, स्थानीय संगीत (खलीजी, मिज़मर) की वृद्धि, संग्रहालय और कला स्थान, रियाद सीज़न, दिरियाह सीज़न और जनदरिया हेरिटेरिस्ट।
क्षेत्रीय पैलेट - असिर के पहाड़ों से पूर्वी प्रांत तक - शिल्प, वेशभूषा और बोलियाँ जोड़ ता है, और आधुनिक एजेंडा परंपरा, पर्यटन और तकनीकी रचनात्मक उद्योगों को जोड़ ती है।